募捐 9月15日2024 – 10月1日2024 关于筹款

SANGHARSH (KRISHNA KI ATMAKATHA-VII) (Hindi Edition)

SANGHARSH (KRISHNA KI ATMAKATHA-VII) (Hindi Edition)

MANU SHARMA
0 / 5.0
0 comments
你有多喜欢这本书?
下载文件的质量如何?
下载该书,以评价其质量
下载文件的质量如何?

नियतिनेहमेशामुझपरयुद्धथोपाजन्मसेलेकरजीवनकेअंततक।यद्पिमेरीमानसिकतासदायुद्ध-विरोधीरही;फिरभीमैंनेउनयुद्धोंकास्वागतकिया।उनसेघृणाकरतेहुएभीमैंनेउन्हेंगलेलगाया।मूलतःमैंयुद्धवादीनहींथा।जबसेमनुष्यपैदाहुआतबसेयुद्धपैदाहुआऔरशांतिकीललकभी।यहललकहीउसकेजीवनकासहाराबनी।इसशांतिकीललककीहरियालीकेगर्भमेंसोएहुएज्वालामुखीकीतरहयुद्धसुलगतारहाऔरबीच-बीचमेंभड़कतारहा।यहीमानवसभ्यताकेविकासकीनियतिबनगया।लोगोंनेमेरेयुद्धवादीहोनेकाप्रचारभीकिया; परमैंनेकोईपरवाहनहींकी, क्यों‌‌किमेरीधारणाथीऔरहैकिमानवकाएकवर्गवह, जोवैमनस्यएवंईर्ष्या-द्वेषकेवशीभूतहोकरघृणाऔरहिंसाकाजालबुनतारहायुद्धकहैवह, युद्धवादीहैवहपरजोउसजालकोछिन्न-​​भिन्नकरनेकेलिएतलवारउठातारहा, वहकदापियुद्धवादीनहींहै,युद्धकनहींहै।औरयहीजीवनभरमैंकरतारहा।

कृष्केअनगिनतआयामहैं।दूसरेउपन्यासोंमेंकृष्केकिसीविशिष्आयामको ‌‌लियागयाहै।किंतुआठखंडोंमेंविभक्इसऔपन्यासिकश्रृंखलाकृष्कीआत्मकथामेंकृष्‍‍कोउनकीसंपूर्णताऔरसमग्रतामेंउकेरनेकासफलप्रयास‌‌कियागयाहै।किसीभीभाषामेंकृष्‍‍णचरितकोलेकरइतनेविशालऔरप्रशस्कैनवसकाप्रयोगनहींकियाहै।यथार्थकहाजाएतोकृष्कीआत्मकथाएकउपनिषदीयकृतिहै।कृष्‍‍कीआत्मकथाश्रृंखलाकेआठोंग्रंथनारदकीभविष्यवाणीदुरभिसंधिद्वारकाकीस्थापनालाक्षागृहखांडवदाहराजसूययज्ञसंघर्षप्रलय

语言:
hindi
文件:
PDF, 2.33 MB
IPFS:
CID , CID Blake2b
hindi0
线上阅读
正在转换
转换为 失败

关键词